छोटा चार धाम
हिन्दू धर्म में चार धाम की यात्रा का बहुत महत्व है । माना जाता है कि जो व्यक्ति चार धाम की यात्रा कर लेता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। महाभारत की एक कथा के अनुसार पांडवों ने जब स्वर्गलोग की यात्रा की | तो उन्होंने अपनी यात्रा यमुनोत्री से ही आरंभ की थी, इसके बाद वह गंगोत्री गए, इसके बाद वह केदारनाथ होते हुए बद्रीनाथ धाम की ओर गए थे, तभी से उत्तराखंड की यह चार धाम यात्रा की जाती है। और बद्रीनाथ धाम की यात्रा के बाद यही से वह सतोपंथ झील के रास्ते स्वर्गारोहिणी ग्लेशियर पर गए | इसी स्वर्गारोहिणी ग्लेशियर पर स्वर्ग जाने का रास्ता है, यही से धर्मराज युधिष्ठिर ने यम के साथ (जो कि कुत्ते का वेष में थे ) इंद्रदेव के विमान में आसीन होकर शशरीर स्वर्गलोक की यात्रा की |
छोटा चार धाम के चारों धामों की कथा कुछ इस प्रकार है |