राम मंदिर अयोध्या | Ram Mandir Ayodhya History
जय श्री राम जय जय श्री राम
श्री राम एक हिंदू देवता हैं, जो कि भगवान् विष्णु के अवतार माने जाते हैं। प्राचीन भारतीय महाकाव्य, रामायण के अनुसार, श्री राम जी का जन्म अयोध्या में हुआ था।
राम मंदिर हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण मंदिर है। जो कि हिन्दुओं की गहन आस्था और शृद्धा का प्रतीक है। राम मंदिर का निर्माण वर्तमान में भारत के उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी में किया जा रहा है। जो कि श्री राम की जन्म भूमि भी है। जनवरी 2024 में इसका गर्भगृह तथा प्रथम तल बनकर तैयार है और 22 जनवरी 2024 को मंदिर में भव्य रूप से श्रीराम की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा संपन्न हुई ।
पहले इस स्थान पर बाबरी मस्जिद थी। जिसका निर्माण एक मौजूदा हिन्दू ढांचे को ध्वस्त करने के बाद किया गया था। 16वीं शताब्दी में, बाबर ने पूरे उत्तर भारत में मंदिरों पर आक्रमण कर उन्हें नष्ट कर दिया। बाद में, मुगलों ने एक मस्जिद, बाबरी मस्जिद का निर्माण किया। जिसे श्रीराम की जन्मभूमि का स्थान माना जाता है।
मस्जिद का सबसे पहला रिकॉर्ड 1767 में मिलता है, जो जेसुइट मिशनरी जोसेफ टिफेनथेलर द्वारा लिखित लैटिन पुस्तक डिस्क्रिप्टियो इंडिया में मिलता है। उनके अनुसार मस्जिद का निर्माण रामकोट मंदिर (जिसे अयोध्या में राम का किला माना जाता है) और बेदी (जहां राम का जन्मस्थान है) को नष्ट करके किया गया था।
2019 में, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने विवादित भूमि पर फैसला सुनाया। जिसमें कहा गया कि यह भूमि हिंदुओं की है। और हिन्दू समाज इस पर राम मंदिर का निर्माण कर सकता है। इसके साथ ही मुसलमानों को मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ ज़मीन का एक अलग टुकड़ा दिया गया। अदालत ने साक्ष्य के रूप में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि, ध्वस्त की गई बाबरी मस्जिद के नीचे एक हिन्दू संरचना की मौजूदगी के साक्ष्य मिले थे।
राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत के लिए भूमिपूजन 5 अगस्त 2020 को किया गया था। वर्तमान में निर्माणाधीन मंदिर की देखरेख श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा की जा रही है। मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को किया गया।